रविवार, 25 जुलाई 2010

भरोसा

अनहोनी कभी होगी नहीं ,होनी होकर ही रहेगी ,इसलिए यदि हम इश्वर का भरोसा ले तो हम निश्चिंत,सुखी हो सकते हैं.हम हर किसी का सहारा लेते हैं ,सर्वशक्तिमान भगवान का सहारा कभी नहीं लेते .कहा भी है.जब तुझसे न सुलझे जग के ये फंदे,तब भगवन को याद कर तू बंदे,वोही तेरी मुश्किलें आसान करेगा,जो तू नहीं कार पाया वोह भगवान करेगा.

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