शुक्रवार, 25 जून 2010

क्या यही लोकतंतर है ?

केन्द्र सरकार ने फिर पेट्रोल ,डीजल ,केरोसीन,रसोई गैस के दाम बढा दिए। क्या यही लोकतंतर है की आम जनता
की ,विपक्ष की कोई परवाह न की जाए ।आम आदमी आज सुलग रहा है।आम आदमी की सरकार को केवल वोट के टाइम जरुरत रह गयी है।मेरे विचार से इस लोकतंतर के नाटक को अब खतम कर के देश में राष्ट्रपति राज लगा देना चाहिए । कम से कम नेता तो पलने से बचेंगे ।लगभग ८०० सांसदों की अरबो रुपयों की कमाई जब्त कर के देश के
खजाने में जमा कर के महंगाई कम हो सकती है।हमारे नेता केवल अपने स्वार्थ सिद्ध करने का ही तो कम करते हैं .

शनिवार, 19 जून 2010

चुटकला पेश है

एक बार रमेश अपने दोस्तों से कह रहा था की आजकल मेरे सारे कामो में कुदरत साथ दे रही है । दोस्त बोले कैसे। रमेश बोला मैंने कुछ ‌पेङ काटने थे,रात तुफान आया पेङ उखङ गए ।कुछ कूङा
जळाना था,िफर आसमानी िबजळी‌‌िगरी और ‍कूङा जळ गया ।दोस्त बोले अब क्या करने की सोचते हो ।रमेश बोला अब मैंने आलू की फसल ‍िनकाळनी थी अब मैं भूचाळ का ईनतजार कर रहा हूँ .....हा हा हा

बुधवार, 16 जून 2010

आप सब ब्लोग्गेर्स को मेरा नमस्कार.आप सभी के ब्लोग्स बहुत ही अछे होते हैं.धन्यवादः

शुक्रवार, 11 जून 2010

wah ri aam aadmi ki sarkaar

everyone is in trouble with heavy pricerise.congress govt have done nothing for this problem.they only need aam aadmi in elections.wah ri aam aadmi ki sarkaar.