शुक्रवार, 25 जून 2010

क्या यही लोकतंतर है ?

केन्द्र सरकार ने फिर पेट्रोल ,डीजल ,केरोसीन,रसोई गैस के दाम बढा दिए। क्या यही लोकतंतर है की आम जनता
की ,विपक्ष की कोई परवाह न की जाए ।आम आदमी आज सुलग रहा है।आम आदमी की सरकार को केवल वोट के टाइम जरुरत रह गयी है।मेरे विचार से इस लोकतंतर के नाटक को अब खतम कर के देश में राष्ट्रपति राज लगा देना चाहिए । कम से कम नेता तो पलने से बचेंगे ।लगभग ८०० सांसदों की अरबो रुपयों की कमाई जब्त कर के देश के
खजाने में जमा कर के महंगाई कम हो सकती है।हमारे नेता केवल अपने स्वार्थ सिद्ध करने का ही तो कम करते हैं .

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